सावन सोमवार की बधाई
जय शिव शम्भो
चुपचाप तो वो सभी के दिल में रहता है।
बतियाने की फिक्र उससे कौन करता है।।
न बोलो सिर्फ एक बार निगाहें मिला लो।
वो तो फिर खुद-ब-खुद बेकरार रखता है।।
बड़ा अजब है उसकी घुंघराली जुल्फों का जादू।
उलझा के जो फिर उसमें तुझे दिन-रात रखता है।।
हर जगह महसूस होगी उसकी तुम्हें धड़कन।
इनायत महज जब वो एक बार करता है।।
जब तक न पाओ उसे तुम इत्मिनान न करना।
यूँ सच ये कि वो कुछ करने से कहाँ मिलता है।।
हां नन्हे बच्चे से बन सब उस पर ही छोड़ दो।
तब तो फिर हर हाल वो तेरे पास ही रहता है।।
कहता है हर कोई"उस्ताद"बार-बार बस यही सबसे।
खुद का भुला दे जो वजूद वो बस उसे दिखता है।।
@नलिन#उस्ताद
I am an Astrologer,Amateur Singer,Poet n Writer. Interests are Spirituality, Meditation,Classical Music and Hindi Literature.
Sunday, 11 August 2019
गजल-207
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