Saturday, 25 May 2019

147-गजल

हीरे हो तुम खुद को पहचान लेना।
हकीकत है असली ये मान लेना।।
जितना तराशोगे ददॆ की भट्टी में।
चमकोगे और ज्यादा जान लेना।।
कोयले से ही तो है बनता ये हीरा।
बस एक बार जरा तुम ठान लेना।।
खुद पर करो पूरी शिद्दत से यकीं तुम।
बात-बेबात अच्छा नहीं एहसान लेना।।
बनाओ अगर किसी को भी उस्ताद यार।
ठोक-बजा जरूर उसका इम्तहान लेना।।
@नलिन#उस्ताद

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