Friday, 1 August 2014

लघुकथा -16

विकलांग 

एक कार्यालय में रिक्त स्थान प्रकाशित हुए,अनिवार्य शर्त थी विकलांगता का प्रमाण-पत्र। अतः जब उसने स्वयं को रिक्त स्थान हेतु प्रस्तुत किया तो अधिकारी ने उससे विकलांगता का प्रमाण-पत्र  माँगा। उसने उत्तर में कहा कि वह पांच सालों से  दैनिक वेतन भोगी के रूप में कार्य कर रहा है। 6 माह होने के पूर्व ही बीच-बीच में उसे निकाल दिया जाता है। इस पर अधिकारी ने उसे टोकते हुए कहा,लेकिन  मैं तुम्हारे अनुभव की नहीं  प्रमाण-पत्र की बात कह रहा हूँ। इस पर वो बोला साहिब यही तो मैं भी कह रहा हूँ कि इतना सब सहने के बाद भी क्या आपको मेरे विकलांग होने का प्रमाण-पत्र चाहिए ?

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