बंधू जी को पता चला कि आजकल फलां जगह कपड़ों पर 20 %की छूट चल रही है। बस क्या था गए और अपने लिए एक शर्ट ले आये जो 240 रुपये में मिल गयी। दूसरे दिन बंधू जी के मित्र भी देखा-देखी गये.साथ में बंधू जी को भी ले गए। वहां पहुँच कर बंधू जी सन्न,कारण था आज 25 % छूट का बोर्ड जगमगा रहा था। सो कसमसाए से वो अपने मित्र के भाग्य पर ईर्ष्या करने लगे। लेकिन जब उनके मित्र ने वैसी ही शर्ट के दाम पूछे तो दोनों ही मित्र अवाक रह गए। असल में छूट के बाद आज शर्ट के दाम थे 265 रूपये मात्र।
I am an Astrologer,Amateur Singer,Poet n Writer. Interests are Spirituality, Meditation,Classical Music and Hindi Literature.
Wednesday, 1 October 2014
233 - छूट (लघुकथा )
बंधू जी को पता चला कि आजकल फलां जगह कपड़ों पर 20 %की छूट चल रही है। बस क्या था गए और अपने लिए एक शर्ट ले आये जो 240 रुपये में मिल गयी। दूसरे दिन बंधू जी के मित्र भी देखा-देखी गये.साथ में बंधू जी को भी ले गए। वहां पहुँच कर बंधू जी सन्न,कारण था आज 25 % छूट का बोर्ड जगमगा रहा था। सो कसमसाए से वो अपने मित्र के भाग्य पर ईर्ष्या करने लगे। लेकिन जब उनके मित्र ने वैसी ही शर्ट के दाम पूछे तो दोनों ही मित्र अवाक रह गए। असल में छूट के बाद आज शर्ट के दाम थे 265 रूपये मात्र।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment