Friday, 23 July 2021

कविता: गुरुपुर्णिमा की बधाई


सभी को गुरुपुर्णिमा की हार्दिक बधाई
卐卐卐卐卐卐卐ॐ卐卐卐卐卐卐卐

हे गुरुदेव प्रभु आप हमें शरणागति शीघ्र अपनी दीजिए।
आकुल-व्याकुल,जन्म-जन्मों से अब कृपा कर दीजिए।।

सृष्टि में फैला है मायाजाल का तमस गहरा चारों ओर ही।
श्रीचरणनख ज्योतिपुंज से आलोक अब तो भर दीजिए।।

असमर्थ,लाचार,विवश हो भयग्रस्त नख-शिख कांप रहे।
अभयदान देकर हमें आप अपने रक्षा-कवच ले लीजिए।।

मंत्र,यंत्र,तंत्र जाप कुछ भी तो हमसे इस घड़ी होता नहीं।  दो शब्द सुन सकें श्रीमुख से ऐसी करूणा बस कीजिए।।

मंझधार में फंसे विकल हम काल मुख विकट ग्राह के। त्राहि-त्राहि राह तकते आपकी,सो त्वरित ही पधारिए।।

व्यथा,पीड़ा,कष्ट नष्ट होंगे गुरुदेव सभी आपके प्रताप से।
"नलिन"श्रीचरण आप अपने सहलाने का अवसर दीजिए।।

@नलिनतारकेश 

No comments:

Post a Comment