Tuesday, 4 November 2014

250 - साईं कृपा से मेरी जिंदगी 








साईं कृपा से मेरी जिंदगी
बेखौफ, मस्त हो चल रही।

हर दिन, हर तरफ से जैसे
खुशियों की बरसात हो रही।

उम्मीद थी किसे अंधेरों में घिरे
नूरे जिन्दगी जो अब आम हो रही।

यूं ही चलता रहेगा ये सिलसिला
नज़रें इनायत तेरी जो हो रही। 

No comments:

Post a Comment