Tuesday, 11 November 2014

255 - साईं केवल तू ही एक सच्चा 

साईं केवल तू ही एक सच्चा
बाकि जग तो  देता है गच्चा।

मेरे जीवन का एक सपना
 मैं बन जाऊँ तेरा अपना।

जब -जब तेरा नाम हूँ लेता
दुःख, पीड़ा का नाम न रहता।

लेकिन जाने क्या  है होता
नाम तेरा मैं ले न पाता।

सुख तेरी शरणागति  में मिलता
पर माया सुख में रहा भटकता।

तूने मुझे कितनी बार उबारा
लेकिन मैंने तुझे सदा बिसारा।




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