Tuesday, 27 February 2018

गजल-68:मैखाना पी लो

सबको मुबारक हो बहुत नया साल
ॐ卐☪✝☆¤▪ॐ卐☪✝☆▪

जश्न है नए साल का मनाना पी लो।
मिला जो आज अच्छा बहाना पी लो।।

पीना यूं चाहो तो मैखाना पी लो।
नहीं तो एक घूंट बन दीवाना पी लो।।

ये दुनिया भी हंसी है अगर कहो तो।
जो बस सलीका-ए-आशिकाना पी लो।।

ढलकती है आंखों से भी एक मय।
कटेगा सफर ये सुहाना पी लो।।

खुदा की इनायत है हर वक्त बरसती।
खोल मन की आंखे तुम जमाना पी लो।।

मिलेगी बहुत कामयाबी इस जहां में।
गमों का जो तुम कभी पैमाना पी लो।।

चखी"उस्ताद"ने उमर भर ये नायाब  हाला।
जो मस्ती में चाहो संग लड़खड़ाना पी लो।।

@नलिन #उस्ताद

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