Thursday 28 September 2017

ऐसी लगन लगी अब तो हमें बस उनकी

ऐसी लगन लगी अब तो हमें बस उनकी
हर शै में दिखती अब तस्वीर बस उनकी।

वो आयेंगे क्या मिलने हमसे बेपर्दा कभी
दिल में जलती ये उम्मीदे लौ बस उनकी।

बहुत दूर जाएं क्यों दीदार को भला कहो हम
दिले आईने जब दिखती तस्वीर बस उनकी।

कायनात सारी पलकें बिछाने लगी हमारे लिए
शागिर्दी का लो दिखने लगा असर अब उनकी।

दुनिया जहाँ से अजब किरदार हमनशीं का
मिसाल कहो क्या दें हम भला अब उनकी।

रूठे दुनिया हमसे तो रूठे हमारी बला से
हमें तो है "उस्ताद"एक परवाह बस उनकी।     

No comments:

Post a Comment