ऐसा नहीं है कि मैं उससे प्यार नहीं करता। पर है ऐसा कौन जिससे मैं प्यार नहीं करता।।
अमूमन समझते हैं लोग प्यार को जिस्मानी। इस तरह की सोचसे मैं इत्तफाक नहींकरता।।
दिल में भरा है जहर जिसके जमानासाजी* का।*कुटिलता
किसी कीमत उस शख्स को बर्दाश्त नहीं करता।।
बेहिसाब प्यार जाहिर तो कर दिया आंख से। समझ उसे आए तो ठीक यूॅ कहा नहीं करता।
हर हफॆ बदले है जायका सोच का अपनी गूंज से।
बातें तभी तो "उस्ताद" छिछली गंवारा नहीं करता।।
@नलिन *उस्ताद
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