कुछ हो ना हो भले पास हमारे चैन होना चाहिए।
यकीं ना हो चाहे खुदा पर खुद पर होना चाहिए।
दौलत,शोहरत होगी मिलनी तो मिल जाएगी। चस्का मगर तुझे ना पागलों सा होना चाहिए।
तकलीफ खड़ी हों रास्ता रोककर लाख हमारा।
मंजिल चूमने को अपनी जुनून होना चाहिए।।
वो जो धूप,ठंडी,बरसात में जूझते हैं वतन की खातिर।
असल ऐसे जिंदगी के नायकों का इकराम* होना चाहिए।।*सम्मान
सपना सदा हर "उस्ताद" का यही एक रहा है।
शागिर्द उस से बढ़कर दो हाथ होना चाहिए।।
@नलिन #उस्ताद
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