Monday 5 May 2014

खोजी पत्रकारिता 






















पत्रकार जब बहुत देर
फिल्मी हीरो से
फिल्मों पर कम
उनकी कुतिया पर अधिक
प्रश्न दागने लगे
तो झुंझला कर
सुपर-फाइटर हीरो
उनका हर सामानं
उठा-उठा कर
फेंकने लगे
और साथ ही गुर्रा कर बोले
चलिए दफा हो जाइए
नहीं तो जिस कुतिया से
आप मुहब्बत जता रहें हैं
उसी से प्यार भरा
 आलिंगन पाने को भी
जरा तेयार हो जाइए।
पत्रकार ने जब हीरो का
ये अजब बोल्ड रूप देखा
तो घबरा कर, हड़बड़ाते
जाते-जाते यूॅ बोला
देखिये , यूॅ ख़फा  न होइए
हमें आपकी कुतिया से छोड़िये
आपसे जरा , इत्तू भर भी
प्यार का भाव नहीं है
वो तो कहिये पेट है
इसलिए पत्रकारिता पाल लीं है
वर्ना हमें भी यूॅ बेमतलब
कुतिया पर थीसिस लिखने की
कोई भंग नहीं चढ़ी है।
और भगवान झूट न बोलाए
हम तो चाहते थे बस
जानना केवल  इतना
कि क्या डाइवोर्स होगा?
आपका ओर आपकी कुतिया का
क्या आपको जरा भी नहीं
बाकी  रही उम्मीदे - मुहब्बत?
अगर है , मतलब
अपनी जान से ज्यादा
प्यारी है इसकी जान
तो हंड्रेड परसेंट
सुरक्षित फिल्मी फॉर्मूले वाली
अपनी सुपर  हिट फिल्म में
क्यों नहीं रखा
इसका  महत्वपूर्ण रोल
और जबकि दिया है
आपने अपनी  तलाकशुदा बीबी
और अनाथ से बेटे को
क्रमशः हीरोइन और हीरो का
चैलेंजिंग व टैलेंट भरा रोल .

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