Friday 9 May 2014

मनु और श्रद्धा 

अधरों की चट्टाटानों पर बैठ
नैन उदधि के मध्य
काले गेसुओं के घने बादल
जब बरसते हैं तो बस
लगता है "प्रेमी-युगलों" को
कि सृष्टि का अन्त हो गया है
और महाजलप्लावन के बाद
पुनः बीजारोपित करने
सृष्टि उदर में नया अंकुर
बचे हैं केवल वो ही दो
मनु और श्रद्धा। 

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