गॉव -गॉव में हुई रोशनी
पढने-लिखने देखो निकली
बालक - बूढ़ों की ये टोली।
गॉव -गॉव में हुई रोशनी।।
बांह थाम के एक दूजे की
हिम्मत-करके देखो निकली
भारत के लालों की टोळी।
गॉव -गॉव में हुई रोशनी।।
माथ लगा के सूरज -रोली
भविष्य सजाने , देखो निकली
दादू , तुलसी की ये टोली।
गॉव -गॉव में हुई रोशनी।।
खोल के , अपनी-अपनी झोली
जन्म सुधारने , देखो निकली
भक्त शारदा की ये टोली।
गॉव -गॉव में हुई रोशनी।।
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