Thursday, 18 February 2016

साईं तेरा जादू अब सिर चढ़ के बोलता है



साईं तेरा जादू अब सिर चढ़ के बोलता है  
जहाँ देखता हूँ बस तू ही दिखाई देता है । 
मेरी क्या बिसात जो ज़रा भी कुछ कर सकूँ 
मेरा हर काम तो तू ही हर बार किया करता है।
ये नाम,ये दौलत,ये बेवज़ह वाह-वाही मेरी 
क्या करूँ ये गुरुर भी तू ही तो दिया करता है।  
मंदिर,मस्जिद,गुरुद्वारा और गिरजाघर
रूप बदल कर बस तू ही तो रहा करता है। 
कायनात में छायी है हर तरफ तेरी खुशबू 
महसूस हो जाए अगर तो दीवाना बना देता है। 
सुख, दुःख उल्लास और बेचारगी सारी 
जिंदगी में हमारी तू ही तो भरा करता है। 
   

No comments:

Post a Comment