Saturday, 7 April 2018

परेशान होने से

परेशान होने से कुछ नहीं होने वाला।
यह दर्द तो दवा से ना ठीक होने वाला।।

कदमों में उसके तुम अपना सर रख दो। मुश्किलों का हल तभी सब होने वाला।।

उजालों की उम्मीद से चहकते हैं परिंदे।
सूरज तो मगर अपने ही समय आने वाला।।

चाहत बहुत है उसको बनाने की अपना।
डरने से मगर यारब कुछ नहीं होने वाला।।

करनी पड़ती है कभी कवायद भी इस दुनिया  में।
हाथों की लकीरों से खाली नहीं होने वाला।।

गुरु घंटालों की फौज हर तरफ मुस्तैद है। "उस्ताद"तेरा यहां कुछ नहीं होने वाला।।

@नलिन #उस्ताद

2 comments: