Monday 12 October 2015

माँ जानकी



माँ जानकी तेरे श्री चरण नलिन की महिमा अदभुत न्यारी
इन युगल चरणों की नख कांति पर मैं तोजाऊँ बलिहारी।
जितना वैभव सम्पूर्ण सृष्टि के लोक-लोक  में कुल संचित होगा
वो सब देख-देख एक छटा बस तेरी,प्रतिपल लज्जित होता होगा।
ज्ञान-विज्ञान,कलाऔर दर्शन आदि जो कुछ भी है इस ब्रह्माण्ड में
तेरे मात्र  भ्रू विलास का ही तो सारा खेल छुपा है माता रानी इनमें।
श्री राम चरण रति,निर्मल "नलिन" मति निशिदिन हो जाए
ऐसी अति उत्तम कृपा तू कर दे,जीवन सफल मेरा हो जाए। 

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