वो जैसा है वैसा ही बिन्दास रहता है
इस दौर में भी बिना नकाब रहता है।
इस दौर में भी बिना नकाब रहता है।
हिन्दी उर्दू की गलबहियाॅ हैं खूब कहो
बहनों का प्यार भी कहाँ मिटा करता है।
चिराग नए जला लो बुजुर्ग शमा से
तजुर्बा उनका विरासत बचा सकता है।
तजुर्बा उनका विरासत बचा सकता है।
बच्चे सा मासूम पूरी शिद्दत से जो रहे
हिफाजत खुद उनकी खुदा करता है।
हिफाजत खुद उनकी खुदा करता है।
रूह में उतर जो हमें तालिम देता है
सदियों ऐसा "उस्ताद" याद रहता है।
सदियों ऐसा "उस्ताद" याद रहता है।
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