Monday, 2 January 2012

हो सबको बहूत मुबारक


हर तरफ हो धवल प्रकाश
उत्साह-उल्लास का सैलाब
इन्द्रधनुषी रंगों की बयार
खिले ह्रदय आये बहार
संगीत के सप्त सोपान
... मेल-मिलाप बने तान
हों सभी जन खुशहाल
पाएं प्यार,स्नेह,दुलार
नयन स्वप्न उठें अपार
पाएं सब असल आधार
युवा,बाल,वृद्ध सबका
हों सदा-सदा सम्मान
नववर्ष तुम्हारा आगमन
रचे ऐसा मंगल विधान
हों सबको बहूत मुबारक
नववर्ष २०१२ सुबह-शाम

आइये संकल्प करें हम

आइये संकल्प करें हम
ह्रदय से,समवेत स्वर में 
नववर्ष के शुभागमन पर
अपने भीतर जो है बसता
अंतरात्मा सदन में
या कहें अपने विवेक,बुद्धि में
बहुत कुछ है करना सुधार
शेष जो हमारे व्यक्तित्व में
करें उसकी प्रण-प्राण चेष्टा
पूरे उत्साह,मनोयोग से
जीवन-मरण जो नहीं अपने हाथ
सुअवसर जितना मिले,बस उसे साध
व्यर्थ यूँ एक सांस जाने न दें
एक-एक पल, जितना भी हो सके
अपना जीवन सुधार लें।