जब माया का डर मिट जायेगा
चारों तरफ बसअपना ही नूर
मुझको तू दिखलायेगा।
मन हो जाएगा निर्मल
हृदय "नलिन" मुसकायेगा
ये जीवन जो कठिन बड़ा है
सहज सरल हो जायेगा।
नाम को लेते तेरे हर छन तेरे
बुरा वक्त कट जाएगा।
जब कभी बुलाऊंगा मैं तुझको
तू दौड़ा -दौड़ा आ जायेगा।
काम करेगा खुद तू सारे
नाम मुझे दिलायेगा।
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