जय गजवदन जयति जय है गजानन।
रूप तेरा अति सबको मनभावन।।
शिव गौरा सुत जग के दुःख भंजन।
प्रथम पूज्य करते हम पूजन।।
कष्ट,दुख,पीड़ा,क्षोभ नशावन।
मंगलमूरति तेरा आराधन।।
गणनाथ तेरा नित मंगल गान।
दिलवाता हमको अतुलित मान।।
गुस्ताखी कभी ना हो तेरी शान।
इतना तू हमें दे देना वरदान।।
नटखट,प्यारा तू भगवान।
मूषक वाहन कृपानिधान।।
मोदक भरे,उदर संपन्न।
करता सबका मन प्रसन्न।।
@नलिन #तारकेश
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