अपनी किस्मत नहीं साथ देती दिखे
वो तो जब भी मिले रूठे-रूठे दिखे।
वो तो गैरों से ही दिल लगाते दिखे।
दिल में दस्तक हुई पर कहाँ वो मिले
यूँ गली से आते-जाते,अक्सर दिखे।
प्यार में ख्वाब हमको बहुत हैं दिखे
पर हकीकत ये उनको कैसे दिखे।
प्यार की बात "उस्ताद" हम कैसे करें
हर कोई यहाँ तो,खुद में गुम सा दिखे।
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