वो मुझसे बेइंतहा प्यार करता है।
हर कदम में मेरे साथ रहा करता है।।
क्या-क्या लिखूॅ कहो उसकी दरियादिली पर। हर इल्जाम से तो वो बचा मुझे रखता है।।
खुदा ना खास्ता हो जाए अगर तकलीफ मुझे।
पूरी कायनात सर अपने उठाए फिरता है।।
खुद को भला क्या खाक वो प्यार करेगा।
दर्द पर दूसरों के जो हंसता-फिरता है।।
आसान नहीं है"उस्ताद"उससे आंख मिला पाना।
वो तो सदा बस कसौटी पर नेकी कसा करता है।।
@नलिन #उस्ताद
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