मौसम हो जायेगा यह खुशगवार,आओ डूब कर प्यार करें।
मिट जाएगा सारा झगड़ा-फसाद,आओ डूब कर प्यार करें।।
मरुथल बना जो अपना जीवन,हर सांस-सांस की दौड़ में।
बन जाएगा खिलता उपवन,आओ डूबकर प्यार करें।।
आंखों में ना जाने कितने सपने पाले,हम फिरते मतवाले।
सच्चे हो जाएंगे हर एक सपने,आओ डूब कर प्यार करें।।
यायावर सा होगा नहीं भटकना हमको,मंजिल पाने में।
दुनिया सारी करतलगत होगी,आओ डूब कर प्यार करें।।
रोते हैं यह दुनिया वाले,जो प्यार किया ना करते हैं।
रण में है जो"नलिन"को खिलना,आओ डूब कर प्यार करें।।
@नलिन #तारकेश
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