कटेगा सफर ये जिंदगी का बस प्यार से।
तुम मुझे मैं तुम्हें सराहूं बस प्यार से।।
रास्ते कठिन हैं प्रश्न भी ढेर सारे।
पाएंगे मंजिल तो हम बस प्यार से।।
वो करता है नफरत यदि तो करता रहे।
दिल में उतर जाऊंगा मैं बस प्यार से।।
दीवारें गिरा दो मजहब की सारी।
अब तो देखो सभी को बस प्यार से।।
अलहदा रंग है बड़ा इस प्यार का।
सतरंगा है जीवन बस प्यार से।।
कहो कैसा गुस्सा कहां कोई झगड़ा।
आओ मिलकर रहे हम बस प्यार से।।
"उस्ताद"कसम है तुम्हें प्यार की।
होंगी अब तो बातें बस प्यार से।।
@नलिन #उस्ताद
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