- जय-जय महादेव प्रभू
- तुम आदि देव अनंत हो।
- काल के भी महाकाल
- तुम आशुतोष बड़े हो।
- पंचतत्व देह के तुम
- मंगल करण विधान हो।
- हर पाप,अशुभ कर्म का
- छरण करते तुरंत हो।
- जय-जय महादेव प्रभू
- शीघ्र कृपा आशीष दो।
- रोग,शोक,मोह-काम से
- हमें सदा को तार दो।
- अपनी चरण रज भस्म से
- भाल का तिलक कर दो।
- हृदय विराजत बाल छवि
- राम की हमें भेंट दो।
- गुरुदेव हमारे आप ऐसे
- शिव-भाव-विभोर करो।
No comments:
Post a Comment