साईं तेरी कृपा का बोलो कौन भला बखान करे
ज़र्रे-ज़र्रे कृपा चरण का कैसे कोई बखान करे।
इसमें-उसमें,मुझमें-सबमें,तू ही तो रहा करे
कंठ-कंठ में यशगान का कैसे कोई बखान करे।
जब तू हँसता,सब जन हँसते,जब तू रोता सब जन रोते
तेरी इस अदा का या रब कैसे बखान हम कर सकते।
सब की मुश्किल का विष प्याला तुम हो गुपचुप पीते
कष्ट,मुक्ति की रीत ही ऐसी,सबका दिल तू जीते।
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