317 - साईं की शागिर्दी कर
साईं की शागिर्दी कर
जीवन की रखवाली कर।
सब उसपे छोड़ कर बन्दे
श्रद्धा और सबूरी कर।
फूल मिले या शूल मिले
राम नाम बस सुमिरन कर।
सबमें रहता है बस वो ही
नज़र जरा तू सीधी कर।
सबका पालनकर्ता साईं
जान यही,अलमस्त रहा कर।
करम करे तू जो भी बन्दे
साईं चरण पर अर्पित कर।
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