उनसे जो आज मुलाकात हो गई।
प्यार की लो बरसात हो गई।।
सौंधी-सौंधी सी खुशबू फिजा में।
दीवानगी की हद सौगात हो गई।।
सावन की हरियाली हर ओर जब।
दिखी रूह से तो करामात हो गई।।
कड़क रही बिजली बादलों में।
कायनात सारी बारात हो गई।।
बहा दिले दरिया में खूब पानी।
सपनों की नई शुरुआत हो गई।।
खिला झील सी आँख"नलिन"उनकी।
कमाल की"उस्ताद"ये बात हो गई।।
@नलिन#उस्ताद
No comments:
Post a Comment