खुदा जब भी कभी तेरे साथ होता है।
सारी कायनात का दिल साथ होता है।।
आंखों की कशिश कभी तो पढ़ कर देख उसकी।
खुमार उसका सब कुछ ज़ेहन से भुला देता है।।
एक बार तुझे जो रीझ कर अपना बना ले।
फिर ना कभी वो कहाॅ दगाबाज होता है।।
बस एक बार शिद्दत से जो उसका नाम ले लिया।
दिनभर तेरा मस्तानापन साथ होता है।।
उस की चौखट सिर रखकर सो सकते हो तुम आराम से।
दुनियावी झंझटों का नहीं कतई फिर खौफ होता है।।
तुम जो सोचो कि फुसला सकोगे झूठी बातें बना के।
मुमकिन नहीं वो तो पढ़ने में हर दिल'उस्ताद' होता है।।
@नलिन #उस्ताद
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