आदि देव,महादेव आप कृपा सदा करें।
समस्त सृष्टि,परम-पुरूष,पाप सब हरें।।
भस्म-अंग सुलेपित,जटाजूट गहन धरें।
शीश-शशांक,मां भागीरथी निर्बाध बहें।।
बाघम्बर एकमात्र,कर्पूर गौरवर्ण खूब छजे।
नलिन-नयन,त्रिनेत्रधारी कामना सब जलें।।
डम-डम बाज रहा डमरू,आप नृत्य करें।
रसिक नटराज,उमा संग मधुर भाव बहें।।
शूलपाणि,पिनाकधारी पाप त्वरित नष्ट करें।
हम नादान बालक तारकेश,हमको क्षमा करें।।
सदा विराज उर में हमारे,भक्ति भाव भरें।
श्री राम आपके आराध्य का,मंत्र हम जपें।।
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