राम - कह तो दो तुम इतना
की तुम मेरे बस अपने हो।
मेरे ह्रदय सरोवर में तुम
"नलिन-नलिन"से खिलते हो।
जान भी पाऊँ,भेद को ऐसे
नयन-अंधता दूर भगाओ।
तुम मेरे बीएस अपने हो
ऐसा दृढ विश्वास जगाओ।
माया जनित विश्व प्रपंच से
मेरे प्रभु श्री राम बचाओ।
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