डिमिक - डिमिक डम डमरू बाजे
भोला मस्त मगन हो नाचे।
'नलिन' नैन, बाधाम्बर धारे
वाम उमा भी हर्षित छाजे।
जटा जूट में गंग विराजे
और मस्तक चंद्र सुहाए।
हाथ त्रिशूल, नाग गले में डाले
पांव में घुंघरू छन - छन बाजे।
भूत - पिशाच मिलकर न्यारे
भांग का गोला भर - भर खाते।
बम - बम भोले, बम - बम भोले
मिलजुल कर सब गाते जाते।
"महाकाल" का जशन मनाते
सुर, नर, मुनि उल्लास दिखाते।
बेर, धतूरा प्रसाद चढाके
शिव संग नित हैं मोद मनाते।
हिम - कैलाश शिव शंकर प्रगटे
सृष्टि रहस्य अनावृत करने।
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